बलिया वसूली रैकेट के मास्टरमाइंड थानेदार ने किया आत्मसमर्पण, खुलेंगे अहम राज
Ballia Truck Recovery Case
गोरखपुर। Ballia Truck Recovery Case: यूपी-बिहार सीमा पर हो रही वसूली के आरोप में निलंबित किए गए नरही थाने के पूर्व प्रभारी पन्नेलाल कन्नौजिया को आजमगढ़ जिले की स्वाट व गोला थाना पुलिस ने रविवार की दोपहर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। थाने में एडीजी व डीआईजी का छापा पड़ने के बाद पन्नेलाल फरार हो गया था।
25 जुलाई को हुई थी छापेमारी
एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने 25 जुलाई को नरही थाना क्षेत्र के भरौली तिराहा पर छापेमारी कर तीन पुलिसकर्मी सहित 16 दलालों को गिरफ्तार किया था।
कार्रवाई की जानकारी होने पर थानेदार आवास छोड़कर फरार हो गया। अधिकारियों ने उसका कमरा सील करने के साथ ही पूरे थाने की तलाशी ली थी। वसूली के आरोप में पहले नरही थाने की कोरंटाडीह चौकी का पूरा स्टाफ निलंबित किया गया।
रात में बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा व एएसपी दुर्गा तिवारी को जिले से हटाकर प्रतीक्षारत करने के साथ ही सीओ शुभ सुचित को निलंबित कर दिया गया। फरार चल रहे निलंबित थाना प्रभारी पन्नेलाल कन्नौजिया की तलाश में छापेमारी चल रही थी।
रविवार की सुबह आजमगढ़ जिले की स्वाट व गोला थाना प्रभारी भरसी गांव में स्थित पन्नेलाल कन्नौजिया के घर पहुंचे। परिजनों से टीम ने पूछताछ शुरू की तो छह घंटे बाद वह बाइक से घर पहुंचा, जिसे पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।
घरवालों से पूछताछ पर लौटा
रविवार की सुबह आठ बजे गोला थाना प्रभारी व आजमगढ़ पुलिस के स्वाट प्रभारी फोर्स के साथ पन्नेलाल के घर पहुंच गए। पत्नी व परिवार के लोगों से पन्नेलाल के बारे में पूछताछ शुरू की तो वह लोग आनाकानी करने लगे।
फोन पर बातचीत होने की जानकारी दी गई। इसी दौरान पन्नेलाल का फोन परिजनों के पास आया। स्वाट प्रभारी से बात करके उसने बताया कि परिवार को परेशान मत करिये, घर आ रहा हूं। छह घंटे बाद बाइक से पन्नेलाल जैसे ही घर पहुंचा, टीम उसे साथ लेकर चली गई।